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बीते लम्हें
में धीमे-धीमे चलता हूं,
यदों में हरदम बसता हूं,
हर कोई सोच सके है जिसे,
ऐसे ख्याल में रखता हूं,
मे धीमे-धीमे चलता हूं |
में धीमे-धीमे चलता हु,
बार-बार पीछे पड़ता हूं,
परछाई सी ना आदत मेरी,
दीखता नहीं, सवरता हूं,
में धीमे-धीमे चलता हूं ||
में धीमे-धीमे चलता हूं,
आंसुओ संग में ढलता हूं,
ख़ुशी और गम मेरे दो है किनारे,
किसी एक संग बढ़ता रहता हूं,
में धीमे-धीमे चलता हूं |||
में धीमे-धीमे चलता हु,
स्याही सा में लिखता हूं,
लिखावट पढ़ सके हर कोई,
ऐसे शब्द में लिखता हु,
में धीमे-धीमे चलता हूं ||||
में धीमे-धीमे चलता हूं,
कभी ना किसी को रुकता हूं,
चाल से रहता खफा हूं,
पर एक रफ़्तार रखता हूं,
में धीमे-धीमे चलता हूं |||||
© Sarang Kapoor
यदों में हरदम बसता हूं,
हर कोई सोच सके है जिसे,
ऐसे ख्याल में रखता हूं,
मे धीमे-धीमे चलता हूं |
में धीमे-धीमे चलता हु,
बार-बार पीछे पड़ता हूं,
परछाई सी ना आदत मेरी,
दीखता नहीं, सवरता हूं,
में धीमे-धीमे चलता हूं ||
में धीमे-धीमे चलता हूं,
आंसुओ संग में ढलता हूं,
ख़ुशी और गम मेरे दो है किनारे,
किसी एक संग बढ़ता रहता हूं,
में धीमे-धीमे चलता हूं |||
में धीमे-धीमे चलता हु,
स्याही सा में लिखता हूं,
लिखावट पढ़ सके हर कोई,
ऐसे शब्द में लिखता हु,
में धीमे-धीमे चलता हूं ||||
में धीमे-धीमे चलता हूं,
कभी ना किसी को रुकता हूं,
चाल से रहता खफा हूं,
पर एक रफ़्तार रखता हूं,
में धीमे-धीमे चलता हूं |||||
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