दिल की बात
ख्वाहिशें अधूरी रह गई,
खुशियों में उनके सरीक होते होते,,
मिला ना दो पल चैन कहीं,
थम सी गई मंजिल मेरी,,
उनके नजदीक जाते जाते।।
इस कदर ज़िन्दगी मोड़ लेगी कभी सोचा न था,
मिलेगा ऐसा जख्म कभी देखा न था।
शौक बदले, अपना आशियाना बदला,
पर मिला न सकून कहीं बिन उनके,,
बन...
खुशियों में उनके सरीक होते होते,,
मिला ना दो पल चैन कहीं,
थम सी गई मंजिल मेरी,,
उनके नजदीक जाते जाते।।
इस कदर ज़िन्दगी मोड़ लेगी कभी सोचा न था,
मिलेगा ऐसा जख्म कभी देखा न था।
शौक बदले, अपना आशियाना बदला,
पर मिला न सकून कहीं बिन उनके,,
बन...