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pyar ab sirf usse.......
बादल छा गए दुख के
धूप खिलती ही नही ....
लिखा जो इश्क़ दिल पे
स्याही धुलती ही नही ....
कायनात तक का हर हिस्सा खोज डाला
मेरी वो मुस्कुराहट कही मिलती ही नही.
अब लाख चाँद पे बिठा दे कोई
साला मैं हूं कि पिघलती ही नही .....
प्यार सिर्फ उससे है
इस बात के आगे बढ़ती ही नही....
धूप खिलती ही नही ....
लिखा जो इश्क़ दिल पे
स्याही धुलती ही नही ....
कायनात तक का हर हिस्सा खोज डाला
मेरी वो मुस्कुराहट कही मिलती ही नही.
अब लाख चाँद पे बिठा दे कोई
साला मैं हूं कि पिघलती ही नही .....
प्यार सिर्फ उससे है
इस बात के आगे बढ़ती ही नही....
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