तेरा शहर
तुम पर ही जचते है महंगे लिबास ये मान तू
मुझे पहना देख कर मुझ पर तंज कसते है लोग
तू पर मेरे हाल पर हंस मत बस तू टाल दे
तेरी वजह से ही तो मुझ पर अब हंसते है लोग
दो सिक्के क्या डाल दिए सब तेरी और ही झुक गए
तेरे अमीर शहर में कितने ज्यादा सस्ते...
मुझे पहना देख कर मुझ पर तंज कसते है लोग
तू पर मेरे हाल पर हंस मत बस तू टाल दे
तेरी वजह से ही तो मुझ पर अब हंसते है लोग
दो सिक्के क्या डाल दिए सब तेरी और ही झुक गए
तेरे अमीर शहर में कितने ज्यादा सस्ते...