उसे कहना....!
उसे कहना....
बिछड़ने से मोहब्ब्त तो नहीं मरती
बिछड़ जाना मोहब्ब्त में
जमाने की अदावत है
मोहब्ब्त एक फिदरत है, हां
फिदरत कब बदलती है, सो
जब हम दूर हो जाए
नए रिश्तों में खो जाएं
तो ये मत सोच लेना तुम
कि मोहब्ब्त मर गई होगी
नहीं, ऐसा नहीं होगा..!
मेरे बारे मे सोच अगर
तुम्हारी आंख भर आए
छलक कर एक भी आंसू
पलक पर जो उतर आए
तो बस इतना समझ लेना
जो मेरे नाम का तेरे दिल को
कितनी जरुरत है
तेरे दिल में बिछड़ कर भी
अभी मेरी मोहब्ब्त है,
मोहब्ब्त तो बिछड़ कर भी
सदा आबाद रहती है
मोहब्ब्त हो किसी से तो
हमेशा याद रहती है
मोहब्ब्त वक्त के बेरहम
तूफान से नहीं डरती,
उसे कहना....
बिछड़ने से मोहब्ब्त तो
नहीं मरती....!
बिछड़ने से मोहब्ब्त तो नहीं मरती
बिछड़ जाना मोहब्ब्त में
जमाने की अदावत है
मोहब्ब्त एक फिदरत है, हां
फिदरत कब बदलती है, सो
जब हम दूर हो जाए
नए रिश्तों में खो जाएं
तो ये मत सोच लेना तुम
कि मोहब्ब्त मर गई होगी
नहीं, ऐसा नहीं होगा..!
मेरे बारे मे सोच अगर
तुम्हारी आंख भर आए
छलक कर एक भी आंसू
पलक पर जो उतर आए
तो बस इतना समझ लेना
जो मेरे नाम का तेरे दिल को
कितनी जरुरत है
तेरे दिल में बिछड़ कर भी
अभी मेरी मोहब्ब्त है,
मोहब्ब्त तो बिछड़ कर भी
सदा आबाद रहती है
मोहब्ब्त हो किसी से तो
हमेशा याद रहती है
मोहब्ब्त वक्त के बेरहम
तूफान से नहीं डरती,
उसे कहना....
बिछड़ने से मोहब्ब्त तो
नहीं मरती....!