अनजान शहर
इस अनजान शहर की बात निराली
छुपाती है बात कितनी ये सुंदर नारी
इसकी ढलती शाम में जादुई एहसास
जैसे कि किसी जादूगर का हो नया अंदाज़
खुशी और गम का पिटारा...
छुपाती है बात कितनी ये सुंदर नारी
इसकी ढलती शाम में जादुई एहसास
जैसे कि किसी जादूगर का हो नया अंदाज़
खुशी और गम का पिटारा...