माँ
माँ होने का एहसास भी बहुत अजीब है...
जिसे ना मिले माँ का प्यार वो बदनसीब है..
वैसे तो सभी की माँ सबसे बहुत प्यार करती है...
पर मेरी माँ कुछ अलग सी थी....
लगती मुझे कुछ वो Hitler type की थी...
माँ को गुस्सा बहुत आता था जो अक्सर मेरा
दिल दुखता था....
मैंने सोचा था मैं कभी माँ जैसी नहीं बनऊँगी.....
जिसे ना मिले माँ का प्यार वो बदनसीब है..
वैसे तो सभी की माँ सबसे बहुत प्यार करती है...
पर मेरी माँ कुछ अलग सी थी....
लगती मुझे कुछ वो Hitler type की थी...
माँ को गुस्सा बहुत आता था जो अक्सर मेरा
दिल दुखता था....
मैंने सोचा था मैं कभी माँ जैसी नहीं बनऊँगी.....