चिंतन ✍🏻✍🏻✍🏻
चिंतन से जुडो चिंता छोड़ो
चिंतित हो किसने क्या पाया
चिंता छूटी और चिंतन से ही
एक राम भक्त तुलसी पाया
ये वृथा का जीवन जी आये
क्या करना था क्या कर आये
है खुली आँख पर खुली नहीं
माया की कालिख धुली नहीं
जब मीरा ने कान्हा को धारा
हुआ मंगल जन्म...
चिंतित हो किसने क्या पाया
चिंता छूटी और चिंतन से ही
एक राम भक्त तुलसी पाया
ये वृथा का जीवन जी आये
क्या करना था क्या कर आये
है खुली आँख पर खुली नहीं
माया की कालिख धुली नहीं
जब मीरा ने कान्हा को धारा
हुआ मंगल जन्म...