तिरंगा बिकने लगा है अब
यू रोज रोज लिखा नहीं करते
पर लिखना ज़रूरी लगा
राजनीति का स्तर उस छोर पर है
तिरंगा बिकने लगा है अब
लगता है किसी का जेब भरने लगा है...
पर लिखना ज़रूरी लगा
राजनीति का स्तर उस छोर पर है
तिरंगा बिकने लगा है अब
लगता है किसी का जेब भरने लगा है...