#खामोशी....
मेरी खामोशी से समझते हैं
लोग की एक मुर्दा हूं मैं
कैसे बताऊं की कैद
सांसों के बीच जिन्दा हूं मैं
काफिर समझते हैं वो मुझे
झूठे रिवाजों...
लोग की एक मुर्दा हूं मैं
कैसे बताऊं की कैद
सांसों के बीच जिन्दा हूं मैं
काफिर समझते हैं वो मुझे
झूठे रिवाजों...