...

0 views

मैं एक गवाह हूँ #WritcoAnthology
‘कलावती’
पागल माँ और मजदूर पिता की बेटी
थी काली
सब कहते थे ‘कलूटी’

दुश्मन पेट, की चूल्हा रोज जले
दिन भर डिब्बा-प्लास्टिक चुनती थी
की नशेड़ी भाई जब घर मे मचले
रिश्ते को ही न पी जाये कहीं, रातें भी जाग-जाग कटती थी

उम्र पंद्रह
रावण घर मे भी बाहर भी, बाप मजबूर
अमीर विदुर
‘‘जिंदगी तो बन गयी’’ चाहे कलूटी के इच्छा से दूर

सोने के दीपक मे कालिख जैसे लग गया हो
खटकता था उसका ‘कालापन’ उस परिवार के मन मे
पर उसका महान दिल जैसे पोंछे का कोई कपड़ा हो
खैर, सब ठीक हो गया, देर ही सही, उनका अपना होने मे

एक पुत्र हुआ
जिसके नन्हें आखों मे, सागर बराबर प्यार था
पहला प्यार
पहली बार, किसी के लिए उसका शापित रंग बाधा न था

अब न कोई गम था, न किसी से कोई शिकायत करती
हर घड़ी खिला रहता उसका मुखड़ा
दुनिया था वो, उसे चूमते हुवे अक्सर कहती
“हमर राजा बेटा, हमर जिगर के टुकड़ा”

काला वक्त
फिर एक बात हुआ और सब बदल गया
बदकिस्मती चिंगारी
एक तिनका पंख लगा कर उड़ा, हर खुशी निगल गया

मीठी नींद आये, खुद ही एक झूला बनाई
मालिश करके सुला दिया बेटा जी को, की यहाँ आराम ही आराम है
सर्दी ज्यादा थी, झूला भी ऊंचा था तो नीचे एक बुझी सी अंगीठी रख दी
अनपढ़ दिमाग़ समझ न सका, बुझता ही सही, आग तो आग है

सो गयी
सुबह की धुप थी, लला को निहारते-निहारते न जाने कब आँख लग गयी
अरे डायन!
डंडे बरसने लगे, आँखे खुली तो पायी, उसका दुलारा, उसकी जिंदिगी राख हो गयी

वे लोग फेंक गए थे उसको उसके मायके मे
हाथ-पांव टूटी, अधमरा-सा नाले मे पड़ी थी
पिता के लाख कोशिश पर भी न आई घर मे
जैसे अब घर से डरती हो, दरवाजे पर अड़ी थी

बीत गया
ए वाक्या अब वर्षो पुरानी बात हो चुकी है
पगली
कुछ नहीं बोलती कभी, आखें भी सुख चुकी है

दिखती है चुप चाप बैठी उस पेड़ के नीचे
जो गाँव के बाहर है, बच्चे गाँव मे आने भी नहीं देते
“भाग पगली… पगली की बेटी” पत्थर लिए दौड़ते है उसे पीछे
ये जो भविष्य हैं, कोई रोटी अगर दे उसे, बैठकर खाने भी नहीं देते

जो हवा चलाता है
मैं उसके वजूद को स्वीकारता हूँ
हमें बनाया
मैं सिर झुका इस अहसान पर शुक्रिया भी करता हूँ

पर सबको बराबर तो उसने बिल्कुल भी नहीं दिया
की मैं उसके एक गंदे खेल का गवाह हूँ, कवि नहीं हूँ
जहाँ ओ गुमनाम देवी, बैठी इंतजार करती है मौत का, कल उसे जगाया
उसके सूखे नयन फुट पड़े, जब कहा “बहन कलावती मैं तेरा दर्द समझा हूँ”



#WritcoAnthology #love #inspiration #life #people




©prabhat