साहस
भय किसको कानन सायों का
यामिनी के फेरे अपने हैं,
दिनकर में इतनी आग कहां
जितनी सपनों में गर्मी है।
कर मध्य कलम की धार गही
शाख वही मजबूत रही,
जीवन के प्रति...
यामिनी के फेरे अपने हैं,
दिनकर में इतनी आग कहां
जितनी सपनों में गर्मी है।
कर मध्य कलम की धार गही
शाख वही मजबूत रही,
जीवन के प्रति...