उदय हुआ धरम का
उदय हुआ धरम का
फैले चारों और
हिंदु, मुस्लिम, सिख, ईसाई
बंध गये एक ही डोर
डोर डोर में बाँध लिया
ऐसा धरम का मोल
मिट गए सारे राग-द्वेष
मिट गया जात - पात का झोल
...
फैले चारों और
हिंदु, मुस्लिम, सिख, ईसाई
बंध गये एक ही डोर
डोर डोर में बाँध लिया
ऐसा धरम का मोल
मिट गए सारे राग-द्वेष
मिट गया जात - पात का झोल
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