विशाल दिल
आसमान!तुम्हें पता है,
तुम कितना विशाल हो,
कितना ' अत्यंत ' हो...असीम हो,
कितना भव्य हो,
तुम्हारा गर्व गंजन हो,...
तुम कितना विशाल हो,
कितना ' अत्यंत ' हो...असीम हो,
कितना भव्य हो,
तुम्हारा गर्व गंजन हो,...