मित्र एक उपहार
#HappyFriendshipDay
आज कहीं मिलता नहीं, सबको ऐसा प्यार
निश्छल, निर्मल, और निष्कपट, 'मित्र' कोई उपहार।
'सम्पत्ती-विपत्ती' में सदा, सम राखे व्यवहार
साथ न छोड़े कभी भी, अड़चन पड़ें हज़ार।
राह ग़लत चलने न दे, करे 'टोक-तकरार'...
आज कहीं मिलता नहीं, सबको ऐसा प्यार
निश्छल, निर्मल, और निष्कपट, 'मित्र' कोई उपहार।
'सम्पत्ती-विपत्ती' में सदा, सम राखे व्यवहार
साथ न छोड़े कभी भी, अड़चन पड़ें हज़ार।
राह ग़लत चलने न दे, करे 'टोक-तकरार'...