ख्वाहिशें ...❤️
जब एक इंसान की ख्वाहिशें टूटती हैं तो कभी-कभी इंसान भी टूट जाता है....
मैंने सपनों को टूटते हुए देखा है!
मेरे अपनों को मुझसे रूठते देखा है!
इंतजार में इन आंखों को भिगोया बहुत था
में उस दिन रोया बहुत था ,
तड़पना होता क्या है आखिर मुझे उस दिन समझ आया...
सुजा के आंखों को में सोया बहुत था!
हां में उस दिन रोया बहुत था ,
पसंद...
मैंने सपनों को टूटते हुए देखा है!
मेरे अपनों को मुझसे रूठते देखा है!
इंतजार में इन आंखों को भिगोया बहुत था
में उस दिन रोया बहुत था ,
तड़पना होता क्या है आखिर मुझे उस दिन समझ आया...
सुजा के आंखों को में सोया बहुत था!
हां में उस दिन रोया बहुत था ,
पसंद...