25 views
कोई एक अपना
छोटी -छोटी खुशियाँ,
जब भी दामन में आईं
बोझिल होती ज़िंदगी फ़िर मुस्कुराई
नहीं की कामना हीरे मोती की मैंने
न चाही रिश्तों की भीड़ अपार
चाहा तो बस इस जीवन में कि,
किसी एक का मिले पूरा प्यार ,
खामियों को मेरी,करे जो नजरंदाज
कैसी भी हो परिस्थिति
दे बस वोह मेरा साथ
ऐसे ही किसी एक शक्स की
मेरे दिल को है तलाश
© prashali✍️
जब भी दामन में आईं
बोझिल होती ज़िंदगी फ़िर मुस्कुराई
नहीं की कामना हीरे मोती की मैंने
न चाही रिश्तों की भीड़ अपार
चाहा तो बस इस जीवन में कि,
किसी एक का मिले पूरा प्यार ,
खामियों को मेरी,करे जो नजरंदाज
कैसी भी हो परिस्थिति
दे बस वोह मेरा साथ
ऐसे ही किसी एक शक्स की
मेरे दिल को है तलाश
© prashali✍️
Related Stories
85 Likes
23
Comments
85 Likes
23
Comments