शुभ दीपावली
झिलमिलाता ज्योति पर्व है,जलाओ दीप प्रेम के।
मिटा के नफरतों के तम उगाओ बीज नेह के।
मन में जो भी हों गिले मन में ही करो दफन,
सजाओ प्रेम मन के द्वार, प्रेम को करो नमन,
प्रेम ही बसाओ मन, गुनगुनाओ गीत प्रेम के।
मिटा के नफरतों के तम उगाओ...
मिटा के नफरतों के तम उगाओ बीज नेह के।
मन में जो भी हों गिले मन में ही करो दफन,
सजाओ प्रेम मन के द्वार, प्रेम को करो नमन,
प्रेम ही बसाओ मन, गुनगुनाओ गीत प्रेम के।
मिटा के नफरतों के तम उगाओ...