दिन📨निशा
मैं दूर हूं और तू मेरे नज़दीक हैं,
मैं दिल का दरिया हूं और तू प्यार की नहर हैं,
मैं दारू सा घुला हूं और तू नशे सी चढ़ी हैं,
मैं तेरा आने वाला दिन हूं और तू मेरी हो चुकी निशा है।
© Din-nisha
मैं दिल का दरिया हूं और तू प्यार की नहर हैं,
मैं दारू सा घुला हूं और तू नशे सी चढ़ी हैं,
मैं तेरा आने वाला दिन हूं और तू मेरी हो चुकी निशा है।
© Din-nisha