मेरा जिगर!!
जब धीमे धीमे हस्ती हो
तो उस बारिश जैसी लगती हो,
थोड़ी दिल. की कहती हो
ज्यादा दिल मैं रखती हो
क्यों जाऊं मैं रंगरेज़ के पास,
तुम तो श्याह मैं भी जचती हो,...
तो उस बारिश जैसी लगती हो,
थोड़ी दिल. की कहती हो
ज्यादा दिल मैं रखती हो
क्यों जाऊं मैं रंगरेज़ के पास,
तुम तो श्याह मैं भी जचती हो,...