पत्तों की सरसराहट
#पत्तोंकीसरसराहट
हरी - भरी हरियाली सरसराहट
प्रकृति - प्रताप,
आती - जाती हर ऋतु के
सहती सभी आघात;
तरु - डार से झर - झर झड़ते
ये नहीं मात्र पात;
बीते पल के रिश्तों की सुन्दर -
अद्भुत- सौगात।
आ बैठा पात शीतल...
हरी - भरी हरियाली सरसराहट
प्रकृति - प्रताप,
आती - जाती हर ऋतु के
सहती सभी आघात;
तरु - डार से झर - झर झड़ते
ये नहीं मात्र पात;
बीते पल के रिश्तों की सुन्दर -
अद्भुत- सौगात।
आ बैठा पात शीतल...