phir
इम्तिहान की यह मुश्किल घड़ी
देखते ही यूं ही गुजर जाएगा
काले बादल के अंधेरे को चीर के
फिर आशा की नई किरण छाएगा
तू क्या झुकएगा हमको करोना
हम चट्टान बनकर खड़े हैं
माना कि तू बड़ा तेज फैलता है
हमारे हौसले तुझसे भी बड़े हैं
तू लाखों के जान तो ले ल
इस धरती से...
देखते ही यूं ही गुजर जाएगा
काले बादल के अंधेरे को चीर के
फिर आशा की नई किरण छाएगा
तू क्या झुकएगा हमको करोना
हम चट्टान बनकर खड़े हैं
माना कि तू बड़ा तेज फैलता है
हमारे हौसले तुझसे भी बड़े हैं
तू लाखों के जान तो ले ल
इस धरती से...