...

3 views

नशा चाय का
नशा चाय का मदिरा सा चढ़ा....
के हर मधुशाला में
लिबास-ए-गुलाब सा इश्क़,
बूँद - बूँद से मदहोश कर गए।।
बेहते लहू के नब्ज़ो में
इश्क़-ए-दीवानगी भी बेहोशी दे गए....
नशा चाय का मदिरा सा चढ़ा,
के हर मधुशाला में,
लबों पर आते
लफ़्ज़ भी शर्मा गए।।
क्या कहे जनाब
आँखो के इशारे भी डगमगा गये।।

© KALAMKIDIWANI