तुम्हारी राह
तुम्हारी राह देखते देखते
काफी वक्त बीत गया
शायद तुम्हे हमारी चाह नही है
चलो ये जमाना जीत गया
तुम्हारी आस में बैठे बैठे...
काफी वक्त बीत गया
शायद तुम्हे हमारी चाह नही है
चलो ये जमाना जीत गया
तुम्हारी आस में बैठे बैठे...