10 views
पापा बस अब आराम करो
पापा अब एक काम करो
जिम्मेदारी मेरे नाम करो
इक ख्वाहिश रह गई कहने की
पापा बस अब आराम करो
पलकों में जो ख्वाब जलाए
अपने लिए कभी जी न पाए
देखी घिसी लकीरें हाथों में
अब तो जीवन सोपान करो
फिर ख्वाहिश रह गई कहने की
पापा बस अब आराम करो
कंधे तेरे बेटे के चौड़े हो गए
जिद्द भी तितली भौंरे हो गए
सुबह करो अब सैर सपाटा
शाम ये दोस्तो के नाम करो
फिर ख्वाहिश रह गई कहने की
पापा बस अब आराम करो
कश्ती की पतवार तुम्ही थे
हम सब के संसार तुम्ही थे
फाड़ के सीना ख्वाबों का
फिर से हमारा ध्यान धरो
बस ख्वाहिश रह गई कहने की
पापा बस अब आराम करो
© manish (मंज़र)
जिम्मेदारी मेरे नाम करो
इक ख्वाहिश रह गई कहने की
पापा बस अब आराम करो
पलकों में जो ख्वाब जलाए
अपने लिए कभी जी न पाए
देखी घिसी लकीरें हाथों में
अब तो जीवन सोपान करो
फिर ख्वाहिश रह गई कहने की
पापा बस अब आराम करो
कंधे तेरे बेटे के चौड़े हो गए
जिद्द भी तितली भौंरे हो गए
सुबह करो अब सैर सपाटा
शाम ये दोस्तो के नाम करो
फिर ख्वाहिश रह गई कहने की
पापा बस अब आराम करो
कश्ती की पतवार तुम्ही थे
हम सब के संसार तुम्ही थे
फाड़ के सीना ख्वाबों का
फिर से हमारा ध्यान धरो
बस ख्वाहिश रह गई कहने की
पापा बस अब आराम करो
© manish (मंज़र)
Related Stories
14 Likes
4
Comments
14 Likes
4
Comments