ऊपर वाला
ये ऊपर बैठा ,ऊपर वाला भी कमाल है
इसकी सोच ,इसकी कल्पना बेमिसाल है
जाने कैसे ,कैसे खेल ये रचता है
कहां कोई इसकी नज़र से बचता है ।
पल भर में कर दे फकीर को अमीर
बस अच्छी रखो नियत...
इसकी सोच ,इसकी कल्पना बेमिसाल है
जाने कैसे ,कैसे खेल ये रचता है
कहां कोई इसकी नज़र से बचता है ।
पल भर में कर दे फकीर को अमीर
बस अच्छी रखो नियत...