तेरे बिन
कभी लिखते हैँ कभी मिटाते हैँ
तेरे ना होने से हम पागल से हो जाते हैँ
चलते चलते यूँ ही रुक जाते हैँ
कभी रोते हैँ, कभी यूँ ही मुस्कुराते हैँ
कभी तेरी यादों में बेसुध से हो जाते हैँ
कभी...
तेरे ना होने से हम पागल से हो जाते हैँ
चलते चलते यूँ ही रुक जाते हैँ
कभी रोते हैँ, कभी यूँ ही मुस्कुराते हैँ
कभी तेरी यादों में बेसुध से हो जाते हैँ
कभी...