...

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फना
मेरे अजीज
और विश्वास. प्राप्त
मित्र सब मुझे.
यहाँ अकेला
छोड़ कर
कब्रनशी हो चुके है.
अब मेरे चारो तरफ
बेवफा चेहरो की भीड़ है.
और मैं उस भीड़ मे.
उन दिवंगत चेहरों को.
ढूढ़ने की असफल कोशिश
कोशिश कर रहा हू
जो अब क़यामत के दिन ही.
आकर मुझसे मिल सकते है लेकिन मेरी. तौ वो सज़ी हुई कब्र. अभी तक मेरी
प्रतीक्षा कर रही है