जिसके लिये.
जिसके लिये ये जज़्बात मचलते है
उसी से दूरी बना के हम चलते है!
हालात से बेशक दूर है हम बहुत
ख्वाब मग़र वहीं दोनों के दिल मे पलते है!
लोग तो कहते है क्या...
उसी से दूरी बना के हम चलते है!
हालात से बेशक दूर है हम बहुत
ख्वाब मग़र वहीं दोनों के दिल मे पलते है!
लोग तो कहते है क्या...