गजल - ७
तू जिंदगी को जी
उसे समझने की कोशिश न कर
सुंदर सपनो के ताने बाने बुन
उसमे उलझने की कोशिश न कर
चलते वक्त के साथ तु भी चल
उसमें सिमटने की कोशिश न कर
अपने हाथो को फैला, खुल कर साँस ले
अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर
मन में...
उसे समझने की कोशिश न कर
सुंदर सपनो के ताने बाने बुन
उसमे उलझने की कोशिश न कर
चलते वक्त के साथ तु भी चल
उसमें सिमटने की कोशिश न कर
अपने हाथो को फैला, खुल कर साँस ले
अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर
मन में...