Gaon ki mohobbat
हम छोटे से कसबे में रहते थे
जहाँ छुप छुप के मुलाकातें होती थी
ज़रा सा कोई साथ देख ले तो
हर तरफ बस हमारी ही बातें होती थी
ज़रा सा हाथ क्या थाम लो तो बस
छटक के दूरियां और बस आँखों में हया होती थी
वहां हर दर्द और...
जहाँ छुप छुप के मुलाकातें होती थी
ज़रा सा कोई साथ देख ले तो
हर तरफ बस हमारी ही बातें होती थी
ज़रा सा हाथ क्या थाम लो तो बस
छटक के दूरियां और बस आँखों में हया होती थी
वहां हर दर्द और...