सपना😌🤍
सत्रह साल की थी जब घर छोड़ा था मैंने🍂
भीड से कुछ अलग कर दिखाने की नींद से एक ख्वाब जोड़ा था मैंने ✨
फौजी बनने की दौड़ में जब चार कदम बढ़ाये🤌🏻
तब उसी ख्वाब में तिरंगे से लिपट कर दम तोड़ा था मैंने🧡
सातवीं की बात है एक अफसर को देखा था मैंने 👮🏻♀️
उसी नज़ारे की...
भीड से कुछ अलग कर दिखाने की नींद से एक ख्वाब जोड़ा था मैंने ✨
फौजी बनने की दौड़ में जब चार कदम बढ़ाये🤌🏻
तब उसी ख्वाब में तिरंगे से लिपट कर दम तोड़ा था मैंने🧡
सातवीं की बात है एक अफसर को देखा था मैंने 👮🏻♀️
उसी नज़ारे की...