मै अकेला नहीं हूँ!!
मैं अकेला नहीं हूँ,
थाम रखी थी जिसने मशाल।
जो गुम है भविष्य की तलाश मे,
जो खोज रहा है अपनी मंज़िल।
मैं अकेला नहीं हूँ..
ऊँचे नीचे रास्ते है,
पथरीली सड़के है,
खड्डे भी है,
खाई भी है,
पर उनपर चलने वाला,
मैं अकेला नहीं हूँ...
उफान मारता सागर है,
काले गरजते बादल है,
लहरे भी है,
बवंडर भी...
थाम रखी थी जिसने मशाल।
जो गुम है भविष्य की तलाश मे,
जो खोज रहा है अपनी मंज़िल।
मैं अकेला नहीं हूँ..
ऊँचे नीचे रास्ते है,
पथरीली सड़के है,
खड्डे भी है,
खाई भी है,
पर उनपर चलने वाला,
मैं अकेला नहीं हूँ...
उफान मारता सागर है,
काले गरजते बादल है,
लहरे भी है,
बवंडर भी...