पिता
पिता के बिना जिंदगी बिखर जाती है.
दुनिया बिखर जाती है..
इंसान का वजूद डगमगा जाता है..
उसकी पहचान,उसका आशियाना सबकुछ एक पल में बिखर जाता है..
खाने पीने के लिए, जेब खर्च के लिए, घर खर्च के लिए हर एक खर्च के लिए सब सोचना पड़ता है..
पिता का साया भरी...
दुनिया बिखर जाती है..
इंसान का वजूद डगमगा जाता है..
उसकी पहचान,उसका आशियाना सबकुछ एक पल में बिखर जाता है..
खाने पीने के लिए, जेब खर्च के लिए, घर खर्च के लिए हर एक खर्च के लिए सब सोचना पड़ता है..
पिता का साया भरी...