तो हिम्मती हो तुम
अगर तुम अपने आप को थामे रख सकते हो जब चारों ओर लोग अपना धैर्य खो रहे हों और इसका दोष तुम्हें दे रहे हों,
अगर तुम अपने ऊपर भरोसा रख सकते हो जब सभी लोग तुम पर संदेह कर रहे हों,
अगर तुम इंतजार कर सकते हो और इंतजार से थकते नहीं हो,
अगर तुम झूठे होने पर भी झूठ का सहारा नहीं लेते,
तो हिम्मती हो तुम.....
अगर तुम सपने देख सकते हो पर सपनों को अपने ऊपर हावी नहीं होने देते,
अगर तुम सोच सकते हो पर विचारों को अपना लक्ष्य नहीं बनने देते,
अगर तुम सफलता और विफलता से एक जैसे मिल सकते हो,...
अगर तुम अपने ऊपर भरोसा रख सकते हो जब सभी लोग तुम पर संदेह कर रहे हों,
अगर तुम इंतजार कर सकते हो और इंतजार से थकते नहीं हो,
अगर तुम झूठे होने पर भी झूठ का सहारा नहीं लेते,
तो हिम्मती हो तुम.....
अगर तुम सपने देख सकते हो पर सपनों को अपने ऊपर हावी नहीं होने देते,
अगर तुम सोच सकते हो पर विचारों को अपना लक्ष्य नहीं बनने देते,
अगर तुम सफलता और विफलता से एक जैसे मिल सकते हो,...