ऐ हुक्मरानों
प्रतिद्वंद्वीयों को भी जरा हुंकार भरने दो ।
ऐ हुक्मरानों और थोड़ा शाम ढलने दो ।
रक्त से खाली धमनियां शांत होने तक ,
तू कर प्रतीक्षा खून की रंगत बदलने दो ।
ऐ हुक्मरानों और थोड़ा ...
ऐ हुक्मरानों और थोड़ा शाम ढलने दो ।
रक्त से खाली धमनियां शांत होने तक ,
तू कर प्रतीक्षा खून की रंगत बदलने दो ।
ऐ हुक्मरानों और थोड़ा ...