तखल्लुस
जो देखते थे कभी चोरी चोरी निगाह भर के मुझे,
जिंदगी के अंधेरे में अपनी निगाहें बदल गए,
माँगा जिन्हे हमने हर पल हर दिन...
जिंदगी के अंधेरे में अपनी निगाहें बदल गए,
माँगा जिन्हे हमने हर पल हर दिन...