तुम्हें अच्छा लगेगा क्या...
मेरी जिंदगी तुम्हारे बगैर यूँही कट जायेगी तुम्हें अच्छा लगेगा क्या
ज़िम्मेदारी और हसरतों के बीच फंस जायेगी तुम्हें अच्छा लगेगा क्या
बिना बात के बेवजह झगड़े...
ज़िम्मेदारी और हसरतों के बीच फंस जायेगी तुम्हें अच्छा लगेगा क्या
बिना बात के बेवजह झगड़े...