Manzil
मंजिल कुछ करना है तो डटकर चल , थोड़ा दुनिया से हटकर चल । बिना काम के मुकाम कैसा? बिना मेहनत के दाम कैसा? जब तक ना हासिल हो मंजिल, तो राह में आराम कैसा? मन में ना कोई बहाना रख। लक्ष्य सामने है बस उसी पे अपना निशाना रख।...