वो...
देख ये झरने
ये उचे पर्वत
वो कुछ यू मुस्कुरा गई
पहले से था दिल उसका
फिर एक बार ले गई
वो खो गयी उनमे
नदी के बहते पानी की तरह
और मैं उसमे
पानी में जिंदा मछली की तरह
इन चंचल हवा ओ मे भी
मुझे उसके...
ये उचे पर्वत
वो कुछ यू मुस्कुरा गई
पहले से था दिल उसका
फिर एक बार ले गई
वो खो गयी उनमे
नदी के बहते पानी की तरह
और मैं उसमे
पानी में जिंदा मछली की तरह
इन चंचल हवा ओ मे भी
मुझे उसके...