औरत का संघर्ष
हर आशू पी कर, होठों पे हंसी रख लेते हैं,
हम तो औरत है, हम सब सह लेते हैं,
उस मालिक की सबसे हसीं हस्ती,
हमसे ही रौशन है, ये सारा जहां,
हमीं से रौनक है बड़े महलों की,
किस्से जाहिर करूं मैं हाले...
हम तो औरत है, हम सब सह लेते हैं,
उस मालिक की सबसे हसीं हस्ती,
हमसे ही रौशन है, ये सारा जहां,
हमीं से रौनक है बड़े महलों की,
किस्से जाहिर करूं मैं हाले...