आंतरिक ज्ञान...
किताबें समझदार नहीं बनाती
हर शख्स को जिंदगी में
हालत सिखाते है
जिंदगी को जीना अक्सर
समय से पहले बड़ा होना अच्छा नहीं होता पूजा
हसंता खेलता बचपन पीछे छूट जाता है समझदारी में अक्सर
खुदां की रहमत के बिना
एक पत्ता भी नहीं हिलता
शायद इसी लिए पत्ते झड़ जाते हैं
पतझड़ में हर जगह
वो पतंगें ज्यादा...
हर शख्स को जिंदगी में
हालत सिखाते है
जिंदगी को जीना अक्सर
समय से पहले बड़ा होना अच्छा नहीं होता पूजा
हसंता खेलता बचपन पीछे छूट जाता है समझदारी में अक्सर
खुदां की रहमत के बिना
एक पत्ता भी नहीं हिलता
शायद इसी लिए पत्ते झड़ जाते हैं
पतझड़ में हर जगह
वो पतंगें ज्यादा...