गज़ल
यह कह दें वे इतराती फ़िज़ाओं से
दिल बहलने लगा है मेरा खिज़ाओं से
क़त्ल करते हैं, करते होंगे वो निगाहों से
उनकी ज़िन्दगी मांगते हैं हम दुआओं से
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दिल बहलने लगा है मेरा खिज़ाओं से
क़त्ल करते हैं, करते होंगे वो निगाहों से
उनकी ज़िन्दगी मांगते हैं हम दुआओं से
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