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My path ...
लंबा...तन्हाई से भरा है ए ज़िंदगी तेरा रास्ता
अब रुक थम जा हमसे अब चला नही जाता...
बोझ ही तो लगती रही तू सदा से हमेशा हमको
तेरे दिए दर्द को अब तकिए से भी नही बाटा जाता...
आंखें है नम और दिल की धड़कन बड़ जाती हैं
ये बेचैन दिल अब हमसे संभाला नही जाता
थक गई हूं अब इस सफ़र में अकेले चलते चलते
रुक या छोड़ चली जा..अब हमसे चला नही जाता!!
अब रुक थम जा हमसे अब चला नही जाता...
बोझ ही तो लगती रही तू सदा से हमेशा हमको
तेरे दिए दर्द को अब तकिए से भी नही बाटा जाता...
आंखें है नम और दिल की धड़कन बड़ जाती हैं
ये बेचैन दिल अब हमसे संभाला नही जाता
थक गई हूं अब इस सफ़र में अकेले चलते चलते
रुक या छोड़ चली जा..अब हमसे चला नही जाता!!
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