मेरी अधूरी कहानी
मेरी अधूरी कहानी, मैं आपको सुनाऊँ,
खुद अपनी जुबानी, मेरी कहानी-मेरी जुबानी
मेरी जिंदगी कोई खेल नही
फिर भी हर शख्स क्यों खेले इसे खेल समझकर
क्या, मेरा कोई अस्त्तित्व नही, या, मेरा कोई वजूद नही
आज अपनी कलम से लिख दु
वो हर एक फसाना खुद का
जो मेरी आँखों से, अश्क बनकर बह गया
जो मेरे...
खुद अपनी जुबानी, मेरी कहानी-मेरी जुबानी
मेरी जिंदगी कोई खेल नही
फिर भी हर शख्स क्यों खेले इसे खेल समझकर
क्या, मेरा कोई अस्त्तित्व नही, या, मेरा कोई वजूद नही
आज अपनी कलम से लिख दु
वो हर एक फसाना खुद का
जो मेरी आँखों से, अश्क बनकर बह गया
जो मेरे...