के लिए
आँखें ही नहीं उसकी पायल भी ज़िम्मेदार हैं एक शायर को रातभर जगाने के लिए,
मैं ख़ुद के अंदर ख़ुद को तलाश रहा हूं उसके दिल में उतर जाने के लिए,
कौन चाहता हैं मोहब्बत में मजबूर हो जाना सब रखते हैं ख्वाहिश...
मैं ख़ुद के अंदर ख़ुद को तलाश रहा हूं उसके दिल में उतर जाने के लिए,
कौन चाहता हैं मोहब्बत में मजबूर हो जाना सब रखते हैं ख्वाहिश...