7 views
मुलाकात
बहुत गर्मी हो रही है शहर में
रहती है वो जहां
सुना है थोड़ी ठंडक है वहां,
अब तो चेहरा भी धुंधला सा हो गया है यादों में
तुम बस काजल डाल आना नैनों में,
ले आना पकवान अपने शहर के
बैठेंगे किनारे किसी झील के,
बातें बेशक थोड़ी कम हों
बस हवा में थोड़ी मस्ती और तुम्हारी बातों में मासूमियत हो,
बात है बस इतनी सी,
शांत हो वातावरण
सामने हो चेहरा तुम्हारा,
आंखों से जब हो तकरार
तो हाथों में हाथ हो तुम्हारा....
© sharma
रहती है वो जहां
सुना है थोड़ी ठंडक है वहां,
अब तो चेहरा भी धुंधला सा हो गया है यादों में
तुम बस काजल डाल आना नैनों में,
ले आना पकवान अपने शहर के
बैठेंगे किनारे किसी झील के,
बातें बेशक थोड़ी कम हों
बस हवा में थोड़ी मस्ती और तुम्हारी बातों में मासूमियत हो,
बात है बस इतनी सी,
शांत हो वातावरण
सामने हो चेहरा तुम्हारा,
आंखों से जब हो तकरार
तो हाथों में हाथ हो तुम्हारा....
© sharma
Related Stories
4 Likes
0
Comments
4 Likes
0
Comments