राम जैसे पति से न हुई संतुष्ट
राम जैसे पति से न हुई संतुष्ट ,
न तुम मांगती स्वर्ण म्रग ,
न होती रामायण तब ।।
वर की इच्छा मदमाती राम रूप में ,
कृष्ण जन्म लेना पड़ा हमें तब ।।
नारी तेरे हठ का परिणाम...
न तुम मांगती स्वर्ण म्रग ,
न होती रामायण तब ।।
वर की इच्छा मदमाती राम रूप में ,
कृष्ण जन्म लेना पड़ा हमें तब ।।
नारी तेरे हठ का परिणाम...