अहसास की खुशबू
दुनिया बनाने वाले, तेरा क्या कहना?
तूने क्या खूब दुनिया बनाई है!
भले तू देता नहीं दिखाई,
मगर तेरे अहसास की खुशबू रग-रग में समाई है।
तू कारीगर अनोखा, तेरी कारीगरी का क्या कहना?
ऊंचे बनाये पहाड़, पहाड़ों में झरने रहे हैं दहाड़!
वहाँ हरियाली मनोहारी समाई है,
दुनिया बनाने वाले...
तूने क्या खूब दुनिया बनाई है!
भले तू देता नहीं दिखाई,
मगर तेरे अहसास की खुशबू रग-रग में समाई है।
तू कारीगर अनोखा, तेरी कारीगरी का क्या कहना?
ऊंचे बनाये पहाड़, पहाड़ों में झरने रहे हैं दहाड़!
वहाँ हरियाली मनोहारी समाई है,
दुनिया बनाने वाले...