इश्क में
इश्क में मेने यह सोचा नही था,
ज़िन्दगी के सफर में इश्क से जुदा होकर,
वो लड़की ओर हसीन होती गई,
मैं यादों के सहारे भरी जवानी में ही बुढ़ापे पर आ गया,
वक्त भी अपनी फितरत में बड़ा बेरहम होता गया ।
अब घर में कौन आता ह कोन जाता...
ज़िन्दगी के सफर में इश्क से जुदा होकर,
वो लड़की ओर हसीन होती गई,
मैं यादों के सहारे भरी जवानी में ही बुढ़ापे पर आ गया,
वक्त भी अपनी फितरत में बड़ा बेरहम होता गया ।
अब घर में कौन आता ह कोन जाता...